फिल्म तारे ज़मीन पर में इशान अवस्थी की भूमिका निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाने वाले बाल कलाकार दर्शील सफारी ने हाल ही में खुलासा किया है कि उन्होंने आमिर खान से कभी भी काम क्यों नहीं मांगा। 2007 में रिलीज़ हुई यह फिल्म आज भी अपने भावनात्मक संदेश और शिक्षा प्रणाली पर सवाल उठाने के लिए याद की जाती है।
इज्जत बेहतर, सिफारिश नहीं
दर्शील ने बताया कि भले ही उन्होंने आमिर खान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया हो, लेकिन वो आज भी उनसे काम मांगने में झिझकते हैं। उन्होंने कहा, “वो मेरे भाई नहीं हैं कि मैं बस कॉल करके कह दूं कि ‘कोई स्क्रिप्ट है तो दे दो।’”
ऑडिशन के दम पर काम
कोरोना महामारी के बाद से दर्शील ने जितने भी प्रोजेक्ट्स किए हैं, सभी उन्हें ऑडिशन और स्क्रीन टेस्ट के जरिए मिले हैं। उनका मानना है कि यह प्रक्रिया ईमानदार होती है और यह तय करती है कि अभिनेता रोल के लिए सही है या नहीं।
रिश्ता है, पर प्रोफेशनल मांग नहीं
दर्शील ने बताया कि वो आमिर खान से जुड़े रहते हैं — जन्मदिन की शुभकामनाएं देना या फिल्मों की सफलता पर बधाई देना — लेकिन कभी काम के लिए संपर्क नहीं करते।
‘सितारे ज़मीन पर’ पर उनकी प्रतिक्रिया
आमिर खान की नई फिल्म सितारे ज़मीन पर को तारे ज़मीन पर की आत्मिक अगली कड़ी माना जा रहा है। हालांकि दर्शील इस फिल्म का हिस्सा नहीं हैं, फिर भी उन्होंने इसके लिए समर्थन जताया और कहा, “फिल्म मेरे दिल को छूती है, मैं जरूर चाहूंगा कि लोग इसे थिएटर में देखें।”
निष्कर्ष
दर्शील सफारी की यात्रा हमें सिखाती है कि फिल्म इंडस्ट्री में ईमानदारी, मेहनत और आत्मनिर्भरता भी मायने रखती है। जहां कई लोग संपर्कों पर निर्भर रहते हैं, वहीं दर्शील अपनी प्रतिभा और समर्पण से आगे बढ़ना पसंद करते हैं।
आज भी लोग उन्हें इशान की भूमिका के लिए याद करते हैं, और यह साफ है कि दर्शील अपने दम पर अपनी नई पहचान बना रहे हैं।