मुंबई — टाटा मोटर्स के शेयरों में इस सप्ताह भारी गिरावट देखी गई। इसके पीछे प्रमुख कारण हैं कंपनी की लग्ज़री कार यूनिट जगुआर लैंड रोवर (JLR) की कमजोर वित्तीय गाइडेंस और अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ।
⚠️ गिरावट के मुख्य कारण
1. जेएलआर की कमाई के अनुमान में कटौती
टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी जेएलआर, जो कंपनी के कुल राजस्व का लगभग 70% योगदान देती है, ने वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए अपनी EBIT मार्जिन (मुनाफा) को घटाकर 5–7% कर दिया है, जबकि पहले यह लक्ष्य 10% था। इसके साथ ही, कंपनी ने बताया कि फ्री कैश फ्लो भी स्थिर रहेगा, जो निवेशकों के लिए निराशाजनक खबर रही।
2. अमेरिका द्वारा वाहनों पर 25% आयात शुल्क
अमेरिकी सरकार ने विदेशों में बने वाहनों पर 25% आयात शुल्क लगाया है, जिससे जेएलआर सबसे अधिक प्रभावित हो रही है। अमेरिका जेएलआर का एक बड़ा बाजार है और इन टैरिफ के कारण कंपनी को अपने वाहन वहां भेजने पर अस्थायी रोक लगानी पड़ी है।
3. ऑटोमोबाइल सेक्टर में वैश्विक दबाव
पूरे ऑटोमोबाइल उद्योग को इस समय कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि कच्चे माल की बढ़ती कीमतें, आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट और प्रमुख बाजारों में मांग में कमी। इन सभी कारणों से टाटा मोटर्स की स्थिति और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गई है।
📊 बाजार की प्रतिक्रिया
जेएलआर की घोषणा के बाद टाटा मोटर्स के शेयरों में एक ही दिन में 5% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। स्टॉक अब अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से 30% नीचे आ चुका है। कई ब्रोकरेज हाउस ने कंपनी पर अपनी रेटिंग घटा दी है और भविष्य के लिए सतर्क दृष्टिकोण रखा है।
🔍 विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है। यदि जेएलआर अपनी मार्जिन को फिर से बढ़ा पाती है और अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों में सुधार होता है, तो टाटा मोटर्स भविष्य में फिर से मजबूती हासिल कर सकती है।
🔮 आगे क्या देखना चाहिए?
अमेरिका और ब्रिटेन के बीच टैरिफ पर बातचीत का नतीजा
उभरते बाजारों में जेएलआर की बिक्री
टाटा मोटर्स के ईवी और घरेलू बाजार में प्रदर्शन
लग्ज़री वाहन सेक्टर में वैश्विक मांग का रुख
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अस्वीकरण: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी और विश्लेषण पर आधारित है। निवेश से पहले स्वयं शोध करें या किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।